हमारे ऋषियों ने तीर्थ यात्रा पर बहुत अधिक बल दिया है। क्या तीर्थाटन कोई पुण्य प्राप्ति का साधन है यां फिर कोई अत्यंत गहरा वैज्ञानिक रहस्य जिसे हम जानते ही नहीं हैं। हाँ यह सत्य है की तीर्थ यात्रा एक अत्यंत गहरा वैज्ञानिक रहस्य है जो मनुष्य के व्यक्तित्व में असंभव को संभव करा सकता है। अनदेखे जगत की शक्तियों का किस प्रकार प्रयोग करते हुए मनुष्य अपने जीवन में परिवर्तन उत्पन्न करा सकता है; यह उसी विद्या की एक अत्यंत महत्वपूर्ण युक्ति है।
समस्या एक ही है की तीर्थों में तो हम सभी प्राय जातें हैं परन्तु इस रहस्य का बोध न होने के कारण हम अछूते और अधूरे ही वापस लौट आतें हैं। एक बार इस सत्य का बोध आपको अगर हो गया तो जान लीजिये की अगली बार अपनी अगली तीर्थ यात्रा से आप इतना कुछ बटोर कर लाएंगे की जीवन धन्य अनुभव करने लगेगा। आईये इस गहरे सत्य को जान कर हम अगली तीर्थ यात्रा के विषय में प्लानिंग कर डालें। दिनेश कुमार